Thursday 18 January 2018

सेवानिवृत्ति और आपके जीवन साथी के साथ संबंध - भाग 2


कामकाजी जीवन के अंत में हम सभी को सेवानिवृत्ति के बड़े बदलाव का सामना करना पड़ता है और फिर हमारे सामने एक अलग समस्या होती है कि रोज़मर्रा का काम का तनाव रहने पर अब इस पूरे समय को कैसे बिताया जाएँ। तिस पर जीवनसाथी के साथ 24 घंटे तारतम्य बैठाने के तनाव से भी साबका होता है।

किसी समय आप दोनों केवल सुबह-शाम ही एक-दूसरे से मिला करते थे, आपके पास बच्चों और अपने काम के तनाव के बारे में करने के लिए बहुत-सी बातें हुआ करती थीं लेकिन अब अचानक आपके पास बहुत सारा समय होता है और आपके पास काम के बारे में बात करने जैसा कुछ खास नहीं रह जाता। 

इन दो बातों को समायोजित करने का परिणाम आपको तनाव देने के लिए पर्याप्त हो सकता है।  

इस लेख के पहले भाग की निरंतरता को बनाए रखते हुए मैंने अपने और अपने दोस्तों के जीवन से कुछ अनुभवों को लिया है जिससे आप दोनों घर-परिवार में वैवाहिक माधुर्य को बरकरार रख सकते हैं :

ü  घर पर अपने लिए जगह बनाएँ -  यह हमेशा अच्छा होता है कि आप अपने घर में कुछ ऐसी जगहें निर्धारित करें जो केवलआपकीहो। हो सकता है वह कोई कुर्सी हो जिस पर बैठकर केवल आप, अख़बार पढ़ते हो या कोई मेज जिस पर आप अपने दोस्तों के साथ पत्ते खेल सकें या लिखने की कोई छोटी डेस्क, जिसे आप अपनी कह सके। अपने ही घर में आपके पास ऐसी जगह होनी चाहिए, जहाँ, जब भी आपका मन चाहे आप वहाँ बैठकर अपनीछोटी-छोटी खुशियाँपा सकें।

ü  थोड़ समयअपने” “अकेलेके लिए निकालें - कभी-कभी अकेले रहना बहुत ज़रूरी होता है ताकि आप खुद को कुछ समय दे सकें, अपने आप से बात कर सकें और मनन कर सकें। आपके साथी ने आपके लिए जो कुछ किया उसकी प्रशंसा में भी आप इस समय का सदुपयोग कर सकते हैं।

दंपत्तियों के पास अलग-अलग कमरों में अलग-अलग कंप्यूटर या टीवी होना चाहिए। इससे आप ख़ुद--ख़ुद कुछ समय अपने लिए अलग से निकाल पाएँगे।

आपको एक साथ रहने और अकेले रहने के बीच के संतुलन को स्थापित करने की आवश्यकता है। हर चीज़ एक साथ करना और पूरे समय साथ-साथ रहना कुछ युगलों के लिए कारगर हो सकता है, लेकिन आम तौर पर साँस लेने जितनी थोड़ी खुली जगह रिश्ते में ताज़गी लाती है खासकर सेवानिवृत्ति के बाद।

ü  अपने साथी की ज़रूरतों का सम्मान करें - यदि आपका साथी देर से सोना पसंद करता है और आप सुबह जल्दी उठने वालों में से है, तो सुबह उठने पर आपको जो चीज़ें लगने वाली हैं उन्हें अलग कमरे में रखना शुरू कर दीजिए और साथी की नींद ख़राब किए बिना आहिस्ता-से कमरे के बाहर निकलिए। इससे आपकी साथी की नज़र में आपका स्थान निश्चित ही और ऊँचा हो जाएगा।

ü  हर सुबह तैयार रहें - पुरुषों के लिए यह बात ख़ासकर लागू होती है कि उन्हें अब भी हर सुबह वैसे ही तैयार हो जाना चाहिए जैसे वे काम पर निकलने के लिए हुआ करते थे, कि दोपहर के भोजन के समय तक बीती रात के कपड़ों में अलसाते हुए इधर-उधर घूमते रहे। इससे आप घर की दिनचर्या को गड़बड़ा कर रख देंगे,चूँकि आप सेवानिवृत्त हो चुके है तो वैसे भी यह एक तयशुदा कारण है जो आपके साथी के तनाव को बढ़ा रहा है।

इतना ही नहीं, यह दिनचर्या आपको पूरे दिन कुछ अधिक सार्थक करने का विचार करते रहने में सहायक सिद्ध होगी।

ü  कुछ काम तय कर लें, जो आप करेंगे - यह ख़ासकर उन पुरुषों के लिए अधिक प्रासंगिक है जिन्होंने अभी तक घर पर ज़्यादा काम किया हो। उनके लिए अच्छा होगा कि वे हर दिन के किसी एक काम का जिम्मा अपने ऊपर ले ले जैसे सुबह की पहली चाय बनाना या वाशिंग मशीन चलाना या कुत्ते को सैर पर ले जाना या ऐसा कोई भी काम जिसके लिए आप दोनों सहमत हो।

मैंने यह भी देखा है कि कई सेवानिवृत्त पुरुष बाहर के कामों की जवाबदारी उठाते हैं जैसे कुछ खरीदारी करना हो या सब्जी लाना हो- जो इससे पहले उन्होंने कभी नहीं किए थे। कुछ लोग तो ऐसे काम करना इसलिए भी पसंद करते हैं क्योंकि ये काम उन्हें बाहर जाने और लोगों से मिलने का मौका देते हैं। 

ü  अलग टॉयलेट प्रयोग करना शुरू करें - शादी के कई साल बीतने के बाद भी घर में किसी भी वजह से चिड़चिड़ाहट हो सकती है जैसे टॉयलेट भी घर के तनाव बढ़ाने का अहम कारण हो सकता है। नहाने के बाद तौलिया सूखाने नहीं डाला या सुबह नहाने के बाद वाशरूम का सिंक साफ़ नहीं किया- दंपत्तियों के बीच कोई भी मुद्दा हो सकता है जिसका पता उन्हें शादी के तीन दशकों बाद अब जाकर चलता है और जिस पर वे इन दिनों एक-दूसरे से झगड़ते पाए जा सकते हैं!

यदि आपके घर में दो टॉयलेट हैं तो एक अपने लिए और एक अपने साथी के लिए अलग-अलग तय कर दें।
                          
ü  अपनी रूचियाँ अलग रखें - यदि आप दोनों की सभी रूचियाँ समान है तो जीवन निरस हो जाएगा और आप ऐसा नहीं चाहेंगे। घर पर बात करने के लिए कुछ भी नहीं रहेगा। यदि एक गोल्फ खेलता है और दूसरा ब्रिज तो इसे बढ़ावा दें।

अपनी अलग-अलग रूचियों के बारे में चाय पर या खाना खाते हुए किया गया वार्तालाप धीरे-धीरे आपको अधिक सार्थक संवाद की ओर ले जाएगा जो आपको आपस में बाँधे रखेगा।

ü  कुछ दोस्ती-यारी अलग रखें - यद्यपि आप दोनों के बीच हमेशा मजबूत रिश्ता बना रहेगा और आपका दूसरे लोगों से मिलना-जुलना भी लगभग साथ-साथ होगा, पर आप दोनों की समझदारी इसी में है कि अपने कुछ दोस्त अलग रहने दें। यह आपकी खुद की व्यक्तिगत उन्नति के लिए बेहतर होगा और आपकी अपनी पहचान भी बनी रहेगी।

पुरुषों के सामने अधिक बड़ी चुनौती होती है क्योंकि आम तौर पर उनके कामकाजी जीवन में अल्पकालिन कार्यालयीन रिश्ते होते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं, यदि कई पुरुष सेवानिवृत्ति के बाद अपने स्कूल या कॉलेज के दोस्तों की खोजबीन शुरू कर देते हो।   

ü  बहस शादी के बाद से अब तक आपके पास असहमतियों का पिटारा होगा क्योंकि आप एक-दूसरे का साथ इतने लंबे समय से निभाते चले रहे हैं। आप दोनों के पास इतना समय तो नहीं रहा होगा कि ऑफ़िस के लिए दूर जाने या व्यावसायिक यात्रा करने से पहले आप इस बात की राह देखें कि कब माहौल शांत हो। इतने सालों के साथ ने आपको एक-दूसरे के मूड को अच्छी तरह से समझा दिया होगा और यह भी जानते होंगे कि कौन किस बात पर भड़क सकता है।

इस तरह की चर्चाओं से परहेज़ करें और यदि आपको लगता है कि ऐसा कुछ घटित हो रहा है तो पहल करते हुए वहाँ से उठकर कहीं और चले जाएँ। अच्छा होगा कि असहमति पर सहमत हो, कि एक-दूसरे से लगातार झगड़ते रहे और अगले कुछ दिनों तक के लिए दोनों का जीना दुर्भर हो जाएँ!

किसी ने टिप्पणी की कि उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद अपनी शादी में शांति किस तरह बनाए रखी है:

मैं पिछले 33 सालों से अपनी शादी से ख़ुश हूँ। मेरा रहस्य? दो तौलिए। मेरी पत्नी को सुबह नहाने के बाद दो साफ़ तौलिए लगते हैं। हर रात सोने जाने से पहले मैं दो धूले हुए तौलिए निकालकर बाथरूम में रख देता हूँ। इस तरीके से उसे भी यह अहसास होता है कि मैं सोने जाने से पहले आख़री बात उसी के बारे में सोचता हूँ।

पर शायद, महिलाओं को मैं सबसे अच्छी सलाह यह देना चाहूँगा वे शांत रहें और पति के घर पर होने का आनंद ले। पति के लिए ख़ुश हो जाएँ कि अब उन्हें रोज़ सुबह उठकर जल्दी-जल्दी काम के लिए भागना नहीं पड़ता। जीवन भर काम करने और अपने परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने के बदले अब उन्हें यह आराम नसीब हुआ है। अपनी झुंझलाहट और खिंचाव को हल्का करते हुए उसमें से सुकून तलाशे। ऐसी योजनाएँ बनाइएँ जिसे आप दोनों कर सकें या पति को कोई शौक पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करें। याद रखिए, उन्हें खाली बैठे रहने की आदत नहीं है और वे आपकी सलाह की अवश्य सराहना करेंगे। पहले-पहले सेवानिवृत्ति की राह उबड़-खाबड़ लग सकती है लेकिन सालभर या कुछ और समय बीत जाने के बाद आपकी दिनचर्या नियमित हो जाएगी।

आपका वैवाहिक नाता अटूट है। आप दोनों स्वतंत्र व्यक्ति हैं। शादी में समझौता और एक-दूसरे को स्वीकारना, आपको पहले से कहीं अधिक करना होगा क्योंकि आप दोनों इसके बाद का पूरा जीवनदु:खी रहने लगेवाला नहीं चाहेंगे।

कई सेवानिवृत्त दंपत्ति पहली बार एक ऐसी जीवनशैली जीना सीखते हैं जिसका दोनों आनंद ले सकते हैं और जिससे दोनों की भावनात्मक ज़रूरतें पूरी होती है। वे अपनी उन आदतों को बदल डालते हैं जिनकी वजह से दशकों तक उनका रिश्ता कष्टप्रद था। एक-दूसरे को चोट देते रहने से बचना, एक-दूसरे की भावनात्मक ज़रूरतों को समझनाये सब सीखते हुए अब जीवन के हर दूसरे दिन वे एक-दूसरे से ख़ौफ़ खाए नहीं रहते।

अपने जीवन बचे हुए वर्षों को देखते हुए ख़ुशी-ख़ुशी जीने के लिए समायोजन कीजिए।
                              
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लेखक गार्डियन फार्मेसीज के संस्थापक अध्यक्ष हैं. वे ५ बेस्ट सेलर पुस्तकों रीबूट- Reboot. रीइंवेन्ट Reinvent. रीवाईर Rewire: 21वीं सदी में सेवानिवृत्ति का प्रबंधन, Managing Retirement in the 21st Century; द कॉर्नर ऑफ़िस, The Corner Office; एन आई फ़ार एन आई An Eye for an Eye; द बक स्टॉप्स हीयर- The Buck Stops Here – लर्निंग ऑफ़ अ # स्टार्टअप आंतरप्रेनर और Learnings of a #Startup Entrepreneur and द बक स्टॉप्स हीयर- माय जर्नी फ़्राम अ मैनेजर टू ऐन आंतरप्रेनर, The Buck Stops Here – My Journey from a Manager to an Entrepreneur. के लेखक हैं.

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